Aqsar
हाँ अक़्सर तुम्हारी तस्वीर की देख लेती हूँ मै
तुम्हारी आवाज़ तो नहीं सुन सकती
पर तुमसे गुफ़्तगू कर लेती हूँ मै।
तुमहे छू नहीं सकती
पर तुम्हारा एहसास कर लेती हूँ मै।
तुमसे प्यार के दो बातें नहीं कर सकती
पर मोहब्बत महसूस कर लेती हूँ मैं।
तुम्हे देख नहीं सकती
पर तुम्हारे रूबरू हो लेती हूँ मै।
हक़ नहीं रहा अब तुम पर
बस, अक़्सर तुम्हारी तस्वीर देख लेती हूं मैं।।
Haan aksar tumhaari tasveer dekh leti hoon mei
Tumhaari avaaz to nahi sun sakti
Par tumsey guftagu kar keti hoon mei
Tumhey choo nahi sakti
Par tumhara ehsaas kar leti hoon mei
Tumsey pyaar ki do baatein nahi kar sakti
Par mohabbat mehsoos kar leti hoon mei
Tumhe dekh nahi sakti
Par tumhare rubaroo ho leti hoon mei
Haq nahi raha ab tumpar
Bas aksar tumhaari tasveer dekh leti hoon mei