Wednesday, March 18, 2009

The Cry of Indian Youth

हिन्दी मुझे सिखाई गयी
उर्दू (इन्टरनेट से सीखी हुई)
मेरे दिल की जुबां है

मेरे - अब्बा कहूं या पापा
लिखना बोलना सब जानते हैं
मुझ में कुछ खला है,
इसका मुझे गुमान है

मैं हिंदू हूँ
गुरु मेरे मुस्लमान थे
जब सिखों को जलाया गया
मेरे पिता मरने और मरने वालों के दरमियान थे

पर आज में इस दरमियान हूँ
न हिंदू हूँ न मुसलमान हूँ

बस बौखलाई हुई, खोई हुई
आज के बिखरे ही हिंदुस्तान
की संतान हूँ






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